Friday, 4 May 2012

दिल की हसरत

दिल की हसरत

दिल की हसरत है कि बस तेरा दीदार करूं|
सिर्फ दो पल के लिए ही सही, जी भर के तुम्हे प्यार करूं|

चाँद तो सिर्फ रातों में निखरता है,
हर एक पल निखरे हुए चाँद से इजहार करूँ|

इतनी प्यारी मुस्कराहट है तेरी,
उस पे सौ बार जिंदगियाँ कुर्बान करूं|

दिल की हसरत है कि बस तेरा दीदार करूं|
सिर्फ दो पल के लिए, तुम्हे जी भर के प्यार करूं|

तेरे दांतों से चाँद को जो चांदनी मिलती, उससे अपने दिल का श्रृंगार करूँ|
सिर्फ दो पल के लिए ही सही, जी भर के तुम्हे प्यार करूं|

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